करौली। राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम ने शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा को ज्ञापन भेजकर अजमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा को निलंबित करने की मांग की है।
प्रदेशाध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा के रामदयाल मीना ने बताया कि 17 मई 2020 को शिक्षक संघ सियाराम का प्रतिनिधिमंडल कोरोना ड्यूटी में अजमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बरती जा रही है अनियमितताओं को लेकर वार्ता करने के लिए उनके कार्यालय में पहुंचा ।
यहां पर संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा को उनके द्वारा कोरोना ड्यूटी मे शिक्षकों के साथ किए जा रहे भेदभाव के बारे में बताया तथा कहा की राजस्थान सरकार एवं शिक्षा विभाग के स्पष्ट निर्देश है कि अब तक जो शिक्षक कोरोना में ड्यूटी कर चुके हैं उन्हें ग्रीष्मावकाश में नहीं लगाया जाए तथा उनके स्थान पर उन शिक्षकों को लगाया जाए जिन्होंने अब तक कोरोना मे ड्यूटी नही की है। साथ ही कुछ ऐसे शिक्षक हैं जो प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर रहे हैं उनकी ड्यूटी कोरोना मे नहीं लगी है उनकी ड्यूटी लगाई जाए।
इस पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने बजाय समस्याओं को सुनने के संगठन के प्रतिनिधि मंडल से उलझने लगे और दुर्भावनावश संगठन के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा दी । अलूदा ने बताया कि जिले के सबसे बड़े शिक्षा विभाग के अधिकारी के लिए ऐसा करना अशोभनीय व्यवहार है ।उन्होंने बजाए शिक्षकों की समस्याओं को सुनने के उल्टे संगठन के पदाधिकारियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराना चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत को चरितार्थ करता है ।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा द्वारा संगठन के प्रदेश महामंत्री बृजेन्द्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश आचार्य एवं जिलाध्यक्ष रेवत सिंह राठौर के खिलाफ पुलिस प्राथमिकी दर्ज कराई है। रामदयाल अलूदा ने बताया की शिक्षा मंत्री को संगठन की और से भेजे गए ज्ञापन में संगठन के पदाधिकारियों के खिलाफ की गई पुलिस प्राथमिकी को वापस लेने एवं गैर जिम्मेदार मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा को तत्काल निलंबित करने की मांग ज्ञापन के द्वारा की गई है।