लोन मोरेटोरियम 31 अगस्त तक
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर, शक्तिकांत दास आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैंक ग्राहकों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया। इसके साथ ही लोन की किश्त देने पर 3 महीने की अतिरिक्त छूट ( RBI extended EMI again ) दी गई है। आरबीआई ने कहा ईएमआई देने पर राहत 1 जून से 31 अगस्त तक के लिए बढ़ाई जा रही है। होम लोन, पर्सनल लोन, वाहन कर्ज की ईएमआई चुका रहे लोगों के लिए आरबीआई ने फिर राहत का ऐलान किया है। साथ ही टर्म लोन मोरेटोरियम 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की किश्त भुगतान नहीं करते है तो बैंक को कोई आपत्ति नहीं होगी।
रेपो रेट 4.40 फीसदी से घटकर 4
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शक्तिकांत दास ने रेपो रेट कटौती का ऐलान किया है, जिसके कारण लोन की ब्याज दरें कम हो जाएंगी। इस कटौती के बाद आरबीआई की रेपो रेट 4.40 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो गई है। RBI extended EMI again
दरअसल आरबीआई को यह निर्णय इसलिए करना पड़ा कि लॉक डाउन के जारी रहने से लोगों की आय का फ्लो फिर से सुचारू नहीं हो पाया है। लोग ईएमआई मॉरेटोरियम की मौजूदा 31 मई तक की अवधि के खत्म होने के बाद मौजूदा परिस्थिति में अपना कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं होंगे। इसलिए मॉरेटोरियम को और तीन माह तक बढ़ाना पड़ा। यह कर्ज लेने वालों और बैंकों दोनों के लिए इस मुश्किल वक्त में मददगार रहेगा।
तीन महीने और बढ़ने से अब मोरेटोरियम की सुविधा छह महीने की हो गई है। यानी इन छह महीने अगर आप अपनी ईएमआई नहीं चुकाते हैं, तो आपका लोन डिफॉल्ट या एनपीए कैटेगरी में नहीं माना जाएगा।
ईएमआई पर तीन महीने की अतिरिक्त छूट :
आपको बता दें कि आरबीआई ने लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैंकों से 3 महीने के लिए ईएमआई पर छूट देने को कहा था। अधिकतर बैंकों ने इसे 3 महीने के लिए लागू कर दिया था। अब आरबीआई के नए 3 महीनों के लिए मोहलत के ऐलान के बाद ग्राहकों को कुल 6 महीने की छूट मिल जाएगी। मतलब ये कि आप कुल 6 महीने तक लोन की ईएमआई नहीं देना चाहते हैं तो बैंकों की ओर से कोई दबाव नहीं पड़ेगा। वहीं, आपका क्रेडिट स्कोर भी दुरुस्त रहेगा। यानी बैंक की नजर में आप डिफॉल्टर नहीं होंगे। हालांकि, इसके लिए आपको अतिरिक्त ब्याज देनी पड़ेगी।