राम मोहन कौशिक द्वारा लिखित पुस्तक “रेल सेवा नियम ज्ञान संचिका” का विमोचन
कोटा 30 मई। राममोहन कौशिक द्वारा लिखित पाँचवी पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम आज वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के सभागार में सम्पन्न हुआ। दिव्य भारती प्रहरी के उपाध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त अधिशासी अभियन्ता ( ट्रेक मशीन)
राममोहन कौशिक द्वारा लिखित पुस्तक रेल सेवा नियम ज्ञान संचिका का विमोचन वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मुकेश गालव द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
ततपश्चात मंचासीन अतिथियों को मुक्ताहार पहनाया गया और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन दीपक शर्मा ने किया उन्होंने सभी आगन्तुकों का परिचय दिया और इस कार्यक्रम का शुभारम्भ सर्वधर्म प्रार्थना से किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपनी स्वलिखित रचना “किताब” का भी पाठ किया।
मुकेश गालव ने अपने उदबोधन में कौशिक की पुस्तक एंव लेखन कार्य की प्रशंसा की
मुख्य अतिथि श्री मुकेश गालव एवं मंचासीन अतिथियों ने “रेल सेवा नियम ज्ञान संचिका” पुस्तक का विमोचन किया। लेखक राममोहन कौशिक ने अपनी पुस्तक के लेखन कार्य और विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपनी पुस्तक को अपने पूजनीय पिताजी स्वर्गीय रमेशचंद्र शर्मा जी और स्वर्गीया माताजी श्रीमती मुन्नी देवी शर्मा के श्रीचरणों में समर्पित किया। इस अवसर पर मुकेश गालव ने हाल ही में राजस्थान सरकार से सम्मानित कोटा के शुभम शर्मा को बेस्ट इंजिनियर का स्मृतिचिन्ह भी प्रदान किया। यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष अजय शर्मा ने पुस्तक को रेलकर्मियों के लिए उपयोगी बताया। मुकेश गालव ने अपने उदबोधन में कौशिक की पुस्तक एंव लेखन कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
कार्यक्रम में आये सभी रेलकर्मियों ने लेखक राममोहन कौशिक जी को अपनी शुभकामनायें दी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याम सुन्दर शर्मा वरिष्ठ नागरिक ने की। कार्यक्रम में आनन्द अवस्थी रिटायर्ड रेल लेखाधिकारी, ए.डी.छाबड़ा, वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के प्रेस सचिव राजेश गौतम, डी.के शर्मा, लोकेन्द्र मीणा, अजय शर्मा, बी.एन.शर्मा, हेमंत शर्मा, राजेश कपूर, संजीव शर्मा, ए जे खान,ब्रजेन्द्र नारायण, अज्जू विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत मे लेखक राममोहन कौशिक ने उपस्थित लोगो का आभार व्यक्त किया।