पेंशन भुगतान ई-कुबेर सॉफ्टवेयर के जरिये
जयपुर, 18 दिसम्बर 2021। राज्य सरकार ने अपने साढ़े चार लाख पेंशनर्स के संबंध में सुविधा देने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब कर्मचारियों के जिस प्रक्रिया से वेतन का भुगतान होता है उसी तरह पेंशनर्स की पेंशन का वितरण भी बैंकों के जरिए नहीं बल्कि सीधे आरबीआई के ई-कुबेर सॉफ्टवेयर से होगा। सरकार के सेवा नियमों में यह प्रावधान पहले से था, लेकिन ट्रेजरी पर काम के बोझ के चलते इसे लागू नहीं किया जा सका। अब सरकार की सभी ट्रेजरियां ऑनलाइन सिस्टम पे मैनेजर से जुड़ चुकी हैं। इसलिए वेतन की तरह अब पेंशन वितरण की जिम्मेदारी एक जनवरी 2022 से ट्रेजरी को ही दी जा रही है।
वर्तमान में पेंशन शुरू होने में 4-5 माह लग जाते है
।सरकार के इस फैसले से पेंशनर्स को 2 बड़े फायदे होंगे। वर्तमान में नवीन जारी होने वाली पेंशन का ट्रेजरी से पेंशन निर्धारण होने के बाद उसकी फाइल बैंक जाती है। इसके बाद बैंक पेंशनर के लिए अपने स्तर पर एक अलग फाइल तैयार कर उसे अपने हैड ऑफिस भेजता है। इस पूरी प्रकिया में 4 से 5 महीनों का समय लग जाता है और पेंशन निर्धारण होने के बावजूद पेंशनर को पेंशन नहीं मिल पाती। अब पेंशन निर्धारण करने वाली ट्रेजरी ही पेंशन वितरण का भी काम करेगी तो जिस दिन कर्मचारी रिटायर होगा उसी दिन से उसके खाते में पेंशन डाली जा सकेगी।
पेंशन रिवाईज प्रक्रिया त्वरित
अन्य सुविधा यह होगी की पेंशन रिविजन और डीए रिविजन के मामलों में भी बैंकों की बहुत शिकायतें आती हैं। डीए घोषित होने के बाद भी कई महीनों तक बैंकों के स्तर पर पेंशन रिवाइज नहीं की जाती। ऐसे में अब जब ट्रेजरी के स्तर पर पेंशन रिवाइज होगी तो पेंशनर को आगे कोई परेशानी नहीं होगी। निदेशालय पेंशन ने हाल में आदेश जारी किए हैं कि एक जनवरी 2022 से सरकारी पेंशनरों को पेंशन वितरण का काम ट्रेजरी के जरिए ही किया जाएगा।